एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स ETF’s में इन्वेस्ट करना आज कल बहुत लोकप्रिय हो गया है क्यूंकि ये बहुत एक्सेसिबल होते हैं और अलग-अलग तरह के इन्वेस्टर्स के लिए फायदेमंद हो सकते हैं. ETF’s के एक बड़ा फायदा ये है की आपको शुरूआती पैसा लगाने के लिए किसी भी स्ट्रिक्ट शर्त नहीं है जबकि कुछ और financial products में आपको ये शर्त पड़ती है. इस Article में हम देखेंगे की ETF में इन्वेस्ट करते वक़्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इनके फायदे और नुकसान जिससे आप ये तय कर सकोगे की आपको ETF मे कितना पैसा लगाना चाहिए?
Table of Contents
ईटीएफ में मुझे कितना पैसा लगाना चाहिए?
म्यूच्यूअल फंड्स की तरह ETF में भी कोई स्ट्रिक्ट मिनिमम इन्वेस्ट करने की शर्त नहीं होती है. यहां पर मूल्य एक शेयर का होता है इसलिए आपको कम से कम एक शेयर के प्राइस का पैसा तोह होना चाहिए. अगर आपका ब्रोकर फ्रॅक्शनल शेयर्स को सपोर्ट नहीं करता तोह आपको एक पूरी शेयर के प्राइस के लिए पैसा होने चाहिए. इस फ्लेक्सिबिलिटी की वजह से ईटीएफ को ऐसे बहुत से इन्वेस्टर्स के लिए एक्सेसिबल बनता है जो शुरुआत में कम पैसा लगाकर निवेश करना चाहते हैं.
ETF में इन्वेस्ट करने के फ़ायदे क्या है ?
कम लगत में Portfolio diversification :
ETF’s का एक बड़ा फायदा ये है की ये कम लगत में अलग-अलग स्टॉक्स बांड्स और अन्य सम्पत्तियों में Invest करने का मौका देते हैं. रिस्क Diversification में मदद मिलता है और इसके लिए आपको कम खर्च भी करना पड़ता है.
स्टॉक्स में Easily Invest:
ETF’s स्टॉक्स में Invest करने का एक Easy तरीका हैं जिसमे बड़ी रिसर्च और एनालिसिस की ज़रूरत नहीं होती. Market के परफॉरमेंस को ट्रैक करके इन्वेस्टर्स वक़्त के साथ साथ फायदा उठा सकते हैं जो लोग अपने Invest को सँभालने में कम समय देना पसंद करते हैं ऊनके लीये etf अच्छा ऑप्शन है.
आसानी से खरीदने और बेचने की सुविधा:
ETF’s बहुत लिक्विड होते हैं इसका मतलब है की इन्हे खरीदना और बेचना बहुत आसान है खासकर म्यूच्यूअल फंड्स के मुकाबले. ऑनलाइन ब्रोकर्स ETF’s को एक क्लिक से खरीदने या बेचने में मदद करते हैं जिससे इन्वेस्टर्स Market के fluctuations का तुरंत जवाब दे सकते हैं.
फिक्स्ड-इनकम में Easy Invest:
एक डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो ऑफ़ इंडिविजुअल bonds मे बनाना मुश्किल हो सकता है लेकिन बांड ETF’s फिक्स्ड-इनकम में Investment को Easy बना देते हैं.
ETF में इन्वेस्ट करने के नुक़सान
लिमिटेड रिटर्न पोटेंशियल:
क्योंकि ETF’s एक Diversify Assessment of Stocks में Invest करते हैं इसमें इंडिविजुअल स्टॉक्स में होने वाले जोखिम की तुलना में कम रिटर्न पोटेंशियल हो सकता है. जबकि ये पोर्टफोलियो को स्थिर बनाते हैं लेकिन उनकी हाई रिटर्न की सम्भावना कुछ कम हो सकती है.
Exit Costs :
ETF’s हमेशा लौ-कॉस्ट नहीं होते इसमें कुछ खर्चे होते हैं जैसे की एक्सपेंस Ratios. अगर आप खुद अपने पोर्टफोलियो को मैनेज करते हैं तोह आपको किसी प्रबंधन शुल्क को देने की ज़रूरत नहीं होती है. ETF’s के साथ जुड़े खर्चों को ध्यान में रखना Important है.
ईटीएफ में पैसा लगाने से पहले इन बातो को ध्यान मे रखे
Investment लक्ष को डिफाइन करें:
अपने Invest लक्ष को समझना बहुत Important है जब आप ETF’s को विचार कर रहे हैं. चाहे आप लम्बे समय के विकास या Balanced view से इन्वेस्ट करना चाहते हैं आपको अपने Investment रचना को अपने आर्थिक लक्ष्यों से मिलाना चाहिए.
आपकी risk को समझे और उस हिसब से ईटीएफ में कितना पैसा लगाना चाहिए वो तय करे:
ETF’s जैसे कोई भी Invest अपने साथ रिस्क लेकर आते हैं. अपने रिस्क Management को जांचकर सही एसेट मिक्स को चुनने के लिए ये Important है. डायवर्सिफिकेशन तोह होती है लेकिन आपको ये भी ध्यान में रखना चाहिए की आपकी रिस्क Management के according ETF’s चुने.
Research और फायदे और नुकसान जानकर ETF मे पैसा लगाना चाहिए वो तय करे:
ETF’s को चुनने से पहले इन पर विचार करना बहुत Important है. आपको उनके Underlying asset जैसे nifty, banknifty इनका historical Performance और एक्सपेंस Ratios को समझना चाहिए. ये आपको सही इन्वेस्ट करने में मदद करेगा.
Understand and Invest :
Financial market डायनामिक होता है इसलिए हर समय सुनिश्चित रहना Invest में सफलता के लिए important है. बाजार के ट्रेंड्स जो आपके चुने गए ETF’s पर असर डाल सकता है उस पर नजर रखना भी जरूरी है.
ETF में इन्वेस्ट करने से अलग-अलग फायदे मिलते हैं जैसे की Liquidity, Diversification. लेकिन लिमिटेड रिटर्न पोटेंशियल और exit costs जैसे नुकसान को ध्यान में रखना भी Important है. अपने Invest लक्ष को डिफाइन करना अपनी रिस्क Management जाँच करना और deep रिसर्च के साथ ETF’s को चुनना और उसके according ईटीएफ में मुझे कितना पैसा लगाना चाहिए? इसका decision लेना होता है.
FAQ’s- ईटीएफ में मुझे कितना पैसा लगाना चाहिए?
मेरा कितना पैसा ETFS में होना चाहिए?
ये आपको आपके रिस्क के अकॉर्डिंग तय करना चाइये इस आर्टिकल मे ईसे विस्तार से बताया गया है
ईटीएफ में मुझे शुरू में कितना निवेश करना चाहिए?
आपके पोर्टफोलियो को Diversify बनाने के लीये जितणा जरूरी हो उतना आप etf मे निवेश कर संकटे हो लेकिन इसके लीये आपको आपके रिस्क को देखणा होगा या फिर आप financial advisor से puch कर निवेश कर सकते हो आपको इस आर्टिकल मे ये बताया गया है
ईटीएफ कब खरीदें?
etf आप sip की तराह खरीद सकते हो, market सपोर्ट लेवल पर etf add करना ये एक सही रणनीती हो सकती है, लेकिन आपको आपणी रिस्क को ध्यान मे रख के और financial advisor से discuss करके निवेश करना चाइये.
ETFS फीस कैसे चार्ज करते हैं?
etf मे क्लोजिंग फीस चार्ज की जाती है इस आर्टिकल मे इसके बारे मे बताया गया है.
ETFS मे निवेश कैसे करे?
आप आपने ब्रोकर के थ्रू etfs मे निवेश कर सकते हो अगर आपका देमंत अकाऊंट या ब्रोकर नही है तो आप यहा 15 min मे demat अकाऊंट खुलवा सकते हो —–> click here
Top 10 ETF कोनसे है India मे ?
ये कुछ ETFs है जो market cap wise टॉप 10 मे आते है लेकिन ये कोई सलाह नही है, आपको निवेश करणे से पहले आपना रिसर्च और financial advisor से जरूर कन्सल्ट करना चाइये और इस आर्टिकल मे बताई बातो का ध्यान रखना चाइये.