NTPC green ipo की कुछ खास बाते, जो निवेशको को निवेश करने से पहले ध्यान देनी चाइए।

सोमवार से ntpc green ipo निवेशकों के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होने जा रहा है, वारी एनर्जी में हुए शानदार लिस्टिंग gains के बाद ये ipo काफी निवेशको के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन ntpc green ipo की कुछ खास बाते है जो आपको निवेश करने से पहले जननी बहुत जरूरी है।

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क्या है NTPC Green IPO की खास बाते?

१. NTPC green IPO का objective

NTPC green IPO के माध्यम से कुल १०००० करोड़ रुपए जुटाना चाहती है, जिनमे से कंपनी अपने ऑब्जेक्टिव के तहत ७५०० करोड़ का निवेश वो अपने सब्सिडरी कंपनी NTPC Renewable Energy Ltd (NREL) में लिए कुछ borrowings को चुकता करने में लगाएगी, और बाकी रुपयों को कॉरपोरेट के काम में इस्तेमाल करेगी।

२. NTPC green IPO के फंडामेंटल

  • कंपनी का रेवेन्यू फाइनेंशियल ईयर २०२३ को १६९.६९ करोड़ था जो २०२४ फाइनेंशियल ईयर में बढ़के १९६२.६० करोड़ पे पहुंच गया है।
  • कंपनी के रेवेन्यू के साथ उसके एक्सपेंसेंस में भी बढ़ोतरी है, २०२३ के फाइनेंशियल ईयर में जहा कंपनी के ११८.०६ करोड़ के थे, वो बढ़कर १५४९.४५ करोड़ के हुए है।
  • इसी के साथ कंपनी के नेट प्रॉफिट में भी बढ़ोतरी देखी गई है, जहा फाइनेंशियल ईयर २०२३ में प्रॉफिट १७१.२१ करोड़ का था, वो बढ़कर २०२४ फाइनेंशियल ईयर में ३४४.७१ करोड़ का हुआ नजर आ रहा है।
  • कंपनी के मुताबिक वो अपने कंपीटीटर्स से ज्यादा EBITA मार्जिन और PAT मार्जिन पे काम किया है।
  • कंपनी का डेट इक्विटी ratio १.९७ का है जो उसके कंपीटीटर से कम है।

३. NTPC Green IPO के strength points

  • NTPC green ये NTPC की सब्सिडरी कंपनी है और NTPC ये पावर जेनरेशन में सबसे बड़ी कंपनीयो में से एक है।
  • ये अपने पोर्टफोलियो में नॉन फॉसिल फ्यूल रिसोर्सेज को बढ़ाने का उद्देश और विजन रखती है।
  • भारत के लीडिंग क्रेडिट एजेंसी में ये कंपनी सबसे ज्यादा क्रेडिट रेटिंग रखती है।
  • कंपनी के फंडामेंटल अच्छे है।

४. NTPC green IPO के लिए, ये है रिस्क फैक्टर्स!

  • कंपनी ने जारी किए हुए DRHP के मुताबिक, NTPC GREEN ये ९ ऑफ्टेकर्स या जिन्हे हम कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट बायर्स बोल सकते है उनपर निर्भर है, अगर ये उनके कॉन्ट्रैक्ट से किसी कारण की वजह से मुकरते है, तो कंपनी के फाइनेंशियल पे इसका गहरा असर हो सकता है और ये बात कंपनी ने मानी है।
  • Ntpc green ये अपने ऑपरेशंस चलाने के लिए लगने वाले इक्विपमेंट्स और दूसरी मैटेरियल जैसे टर्बाइंस, सोलर पैनल, सोलर मॉड्यूल इन सब के लिए थर्ड पार्टी वेंडर्स पे निर्भर है। इससे अगर सप्लाई या मैटेरियल के प्राइसेज में ऊच नीच हुई तो वो कंपनी के बिजनेस पर बुरी तरह एफेक्ट कर सकती है।
  • NTPC green के ज्यादातर प्रोजेक्ट्स राजस्थान और राजस्थान के परिसर में कंसंट्रेटेड है, अगर इस प्रदेश में कोई नैसर्गिक या पॉलिटिकल चेंजेस होते है, तो वो भी कंपनी के बिजनेस के लिए हानिकारक हो सकता है।

५. क्या NTPC green IPO मे opportunity के संकेत है?

भारत में सरकार रिन्यूएबल एनर्जी और उससे रिलेटेड प्रोजेक्ट्स को लेकर काफी ज्यादा पॉजिटिव है, इसी के साथ भारत में एनर्जी की डिमांड हर दिन बढ़ती ही जा रही है और वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक ने भी इस बात की पुष्टि की है। और क्युकी, NTPC ये एनर्जी सेक्टर मार्केट की एक लीडिंग कंपनी है इसलिए आने वाले समय में ये NTPC के लिए और उसके शेयर धारकों के लिए Opportuinity है।

नोट- इस आर्टिकल में बताई गई सारी बाते सिर्फ नॉलेज और एजुकेशनल के उद्देश से है। इसे कोई भी निवेशक निवेश की सलाह न समझे, अपने रिसर्च और एनालिसिस के साथ साथ फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लेके ही निवेश करे। इस आर्टिकल का आपके वित्तीय निर्णय और उसके नतीजों से कोई संबंध नही होगा वो पूरी तरह आपका निर्णय है।

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