स्टॉक Market में कल का ट्रेंड प्रेडिक्ट करना एक Challenging Task है लेकिन कुछ फैक्टर्स होते हैं जिनके माध्यम से आप स्टॉक का फ्यूचर मूवमेंट एस्टीमेट कर सकते हैं. यहाँ मेने कुछ तरीके बताए हैं जो आपको हेल्प करेंगे इसलीये आर्टिकल पुरा पढे. याद रहे स्टॉक Market में किसी भी स्टॉक का १०० प्रेडिक्शन की कोई गारेंटी लेकिन कयी फॅक्टर्स से आप अनुमान लगा सकते हो.
Table of Contents
1. कंपनी से जुडी ख़बरों पर ध्यान रखना.
कभी- कभी होता है की कोई बड़ी खबर आती है. अभी recent मे adani, paytm न्यूज के कारण जो गिरावट हुई इससे हमें समझ आता है की कैसे खबरें शेयर प्रिंसेस को इन्फ्लुएंस करती हैं. रोज़ कई स्टॉक्स के ऊपर न कोई न कोई खबर आती है. जैसे किसी सेक्टर से कंपनी के operation का कोई इम्पोर्टेन्ट स्टेटमेंट या फिर कोई फाइनेंसियल रिजल्ट. इन ख़बरों के असर से हम देखते हैं की स्टॉक्स का क्या हाल है. लेकिन, याद रखें अगर आज किसी स्टॉक की अच्छी खबर आती है जैसे की कंपनी ने अपने फाइनेंसियल रिजल्ट्स में बड़ा प्रॉफिट दिखाया है तोह अगले दिन वह स्टॉक तेज़ी से ऊपर जा सकता है. यह एक इम्पोर्टेन्ट बात है जो इन्वेस्टर्स को समझना चाहिए और जो स्टॉक मार्किट को इंटरेस्टिंग बनती है और ईसी वजाह से आपको मार्केट के न्यूज पर अपडेट रहना जरूरी होता है.
2. सपोर्ट और रेजिस्टेंस देखकर पता करें शेयर कब बढ़ेगा
चार्ट पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस की जांच करके आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि कोई शेयर ऊपर जाएगा या नीचे । यह तकनीक आपको बाजार के मूवमेंट को समझने में मदद कर सकती है और आपको शेयर की मुख्यता का पता लगाने में मदद कर सकती है ।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस से पता करें शेयर का भाव कब बढ़ेगा
सबसे पहले, आपको किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर जाकर जोमैटो का कैंडल चार्ट ओपन करना है । अब आपको 15 मिनट टाइमफ्रेम पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस रेखाएं खींचनी है । मान लो ABC शेयर का सपोर्ट लेवल 100 रुपये और रेजिस्टेंस लेवल 150 रुपये हैं । और अभी इसका करंट शेयर प्राइस 145 रुपये है । अब अगले दिन मार्केट खुलते ही आपको यह देखना है कि स्टॉक सपोर्ट और रेजिस्टेंस में से जिस भी लेवल को ब्रेक करता है उस तरफ एक बड़ा मूव आने की संभावना है ।मान लो अगर कल ABC का stock 150 Rs का रेजिस्टेंस लेवल तोड़ देता है तो यहां से स्टॉक में एक बड़ा rise देखने की संभावना है. और अगर यह शेयर नीचे की ओर 100 Rs के सपोर्ट लेवल को तोड़ देता है तो आगे चलकर शेयर में गिरावट आने की संभावना बहुत ज्यादा है ।
इस तकनीक से आप बाजार के मूवमेंट को बेहतर से समझ सकते हैं और शेयर की आगामी दिनों की संभावित दिशा को जान सकते हैं ।
3. शेयर का ट्रेडिंग वॉल्यूम चेक करके
ट्रेडिंग वॉल्यूम किसी पार्टिकुलर टाइमफ्रेम में ट्रेड किए गए शेयरों की संख्या को दर्शाता है, जो एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो आपको बाजार की मूवमेंट को समझने में मदद कर सकती है । यह ट्रेडर्स को यह बताने में मदद करता है कि एक निवेशक द्वारा चुने गए शेयर के साथ कितना fast move karega।
वॉल्यूम देखकर पता करें शेयर की कीमत बढ़ेगी या घटेगी
किसी भी शेयर का ट्रेडिंग वॉल्यूम चेक करके आप एक दिन पहले ही पता लगा सकते हैं कि कल उस शेयर की कीमत बढ़ेगी या घटेगी । यह जानने में मदद कर सकता है कि शेयर की मार्जिन वृद्धि की संभावना कितनी है । अगर buying side वॉल्यूम ज्यादा है तो कल स्टॉक ऊपर जाएगा और अगर down side ज्यादा है तो कल वह शेयर नीचे जाएगा ।
आप trading platform पर जाकर किसी भी शेयर का ट्रेडिंग वॉल्यूम चेक कर सकते हैं । जब आप किसी शेयर का चार्ट देखते हैं तो उस चार्ट पर नीचे की ओर लाल और हरी लंबी- लंबी रेखाएं दिखती हैं । यह रेखाएं उस शेयर के वॉल्यूम को दर्शाती हैं ।
कैसे चेक करें ट्रेडिंग वॉल्यूम
सबसे पहले, आपको किसी भी स्टॉक का 1- day टाइम फ्रेम का चार्ट खोलना है ताकि जितनी भी कैंडल आपको चार्ट पर दिखाई देगी वह सभी एक दिन वाली कैंडल होगी ।
उसके बाद, आपको चार्ट पर जो भी कॅन्डल का वॉल्यूम देखणा है उसपे कर्सर लेकर जाना है । इसे जानकर आपके ऊपर साइड में ट्रेडिंग वॉल्यूम का नंबर दिखाई देगा, मतलब आज कितने शेयरों को ट्रेड किया गया है । इस तकनीक से आप बाजार की स्थिति को बेहतर से समझ सकते हैं और आने वाले दिनों के शेयर की दिशा को जान सकते हैं।
4. चार्ट पॅटर्न से Stock के movement का पता लागाये
क्या आपने कभी नोटिस किया है की जब आप स्टॉक चार्ट्स देखते हैं तोह वहां different कैंडलस्टिक पैटर्न्स होते हैं? यह पैटर्न्स असल में यह बताते हैं की स्टॉक प्राइस ऊपर या नीचे जाने की संभावना क्या है.
सोचिये आप Upstocks या Zerodha जैसे ट्रेडिंग Apps का इस्तेमाल कर रहे हैं और किसी स्टॉक का चार्ट देख रहे हैं. आप अलग-अलग Candlesticks देखेंगे कुछ बड़े और कुछ छोटे हर एक में एक बॉडी और एक विक होती है. इन रंगीन कैंडल्स से चार्ट पर पैटर्न्स बनते हैं जो बताते हैं की स्टॉक प्राइस बढ़ सकती है या घाट सकती है.
चलिए कुछ रोज़मर्रा के उदाहरणों के साथ इसे समझें:
Hammer:
यह बुलिश ग्रीन कैंडलस्टिक एक हैमर की तरह दिखती है जिसमे एक छोटा बॉडी और एक लम्बी लोअर विक होती है. अगर आप किसी स्टॉक के चार्ट पर इसे देखते हैं तोह यह इशारा करता है की प्राइस जल्द ही बढ़ सकती है. खासकर अगर यह दोनट्रेंड के दौरान आता है तोह स्टॉक जल्दी बढ़ सकता है.
उदहारण: आप एक कंपनी के चार्ट पर हैमर-शेप्ड कैंडलस्टिक देखते हैं जिसका प्रोडक्ट अच्छी रेविएवस मिल रहे हैं. यह इशारा हो सकता है की स्टॉक प्राइस जल्द ही बढ़ेगा.
Hanging Man:
यह कैंडलस्टिक हैमर का उल्टा है. यह एक रेड बारिश कैंडलस्टिक है जो एक उल्टा हैमर की तरह दिखती है और यह दिखाता है की अपट्रेंड में प्राइस घटने की संभावना है.
उदहारण: आप एक कंपनी के चार्ट पर हैंगिंग मन कैंडलस्टिक देखते हैं जिसे हाल ही में कुछ नेगेटिव न्यूज़ ने छुआ है. यह हो सकता है की स्टॉक प्राइस जल्द ही गिरे.
Marubozu:
यह मजबूत कैंडल्स होते हैं जिसमे विक बहुत काम होती है जो एक साफ़ ट्रेंड दिखता है. एक ग्रीन Marubozu यह बताता है की प्राइस बढ़ सकती है जबकि रेड वाला यह कह सकता है की घाट सकती है.
उदहारण: आप एक कंपनी के चार्ट पर एक ग्रीन मरुभोजू देखते हैं जिसको हाल ही में रिकॉर्ड-ब्रेकिंग प्रॉफ़िट्स का अनाउंसमेंट किया गया है. यह इशारा हो सकता है की स्टॉक प्राइस जल्द ही बढ़ेगा.
Doji :
यह कैंडलस्टिक में ओपनिंग और क्लोजिंग लगभग बराबर होती है ज्यादातर ऐसे मार्केट्स में देखि जाती है जहाँ प्राइस एक नैरो रेंज के अंदर घूमती है.उदहारण: आप एक स्टेबल कंपनी के चार्ट पर एक दोजी कैंडलस्टिक देखते हैं जिसमे कोई बड़ा खबर नहीं आयी है. यह इशारा हो सकता है की मार्किट में स्टॉक के डायरेक्शन में अनसर्टेनिटी है.
याद रखें जबकि कैंडलस्टिक पैटर्न्स Valuable इनसाइट्स देते हैं ट्रेडिंग में रिस्क होता है. ज़रूरी है इन्हे दुसरे टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस टूल्स के साथ इस्तेमाल करके सावधान ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल करना.इन कैंडलस्टिक पैटर्न्स को समझ कर आप स्टॉक प्रिंसेस के मूवमेंट को बेहतर तौर पर समझ सकते हैं जिससे आपकी ट्रेडिंग decisions इन्फोर्मेड और कॉंफिडेंट हो सकती हैं.
5. शेयर की डिलीवरी पोजीशन चेक करें
डिलीवरी पोजीशन का मतलब है कि किसी स्टॉक में आज निवेशकों ने कितनी पोजीशंस बनाई है, यानी कि कितने शेयरों को आज डिलीवरी के तौर पर खरीदा गया है। यह एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो आपको बाजार के मूवमेंट को समझने में मदद कर सकती है और आपको आगामी दिनों के शेयर की संभावित दिशा की अनुमान लगाने में मदद कर सकती है।
कल कोनसा शेअर बढेगा
उदाहरण के लिए, मान लो कि आज मार्केट बंद होते समय कोई बड़ा इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर abc कंपनी के 10 लाख शेयर्स खरीद लेता है। इससे स्पष्ट है कि कल abc कंपनी का शेयर प्राइस बहुत तेजी से ऊपर जाएगा। इसी प्रकार, बड़े इन्वेस्टरों की गतिविधियों की अनुसंधान करने से आप आने वाले दिनों में शेयर की मार्जिन वृद्धि की संभावनाएं जान सकते हैं।
कैसे चेक करें डिलीवरी पोजीशन:
सबसे पहले, आपको नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है।
उसके बाद, सर्च बॉक्स में आपको उस कंपनी का नाम लिखकर सर्च करना है जिसकी डिलीवरी पोजीशंस आप चेक करना चाहते हैं।
आपको इस पेज को नीचे स्क्रॉल करना है जहां पर आपको stock की delivery positions दिख जाएगी। यह आपको बताएगा कि आज कितनी क्वांटिटी में शेयर ट्रेड किये गए हैं।
डिलीवरी पोजीशन देखकर जांचें ‘% of Deliverable Quantity to Traded Quantity’. यह आपको बताएगा कि डिलीवरी की प्रतिष्ठा के साथ कितनी ट्रेडिंग हुई है।
इसे जानकर आप आने वाले दिनों के बाजार मूवमेंट की आगामी संभावनाओं को समझ सकते हैं और अगर आप विश्वासी हैं तो उसमें निवेश कर सकते हैं।
6. कंपनी के ADR पे नजर रखना
ADR याने American डिपॉजिटरी receipts जिसका मतलब भारत की कंपनी जो दुसरे एक्स्चेंज मे लिसटेड है जैसे के HDFC ADR, विप्रो ADR, आयसीआयसीआय, Infosys जैसी कंपनीज. अगर आपको पता होगा इंडियन मार्केट से इनकी टाइमिंग अलग होती है तो हमारा मार्केट बंद होने के बाद अगर इन कंपनीज मे कोई न्यूज आती है तो दुसरे दिन के स्टॉक या उससे रेलटेड इंडेक्स के मुवमेंट को आप पहले से जान सकोगे
7. Market सेंटीमेंट देखकर पता लगाएं की कल कौनसा Stock ऊपर जायेगा या नीचे.
कभी-कभी ऐसा होता है की किसी कंपनी के सारे factors अच्छे होते हैं undefined फंडामेंटल्स स्ट्रांग Quarterly रिजल्ट्स बढ़िया सेल्स और प्रॉफिट भी साफ़ दिखाई देते हैं और इंडस्ट्री में भी कोई प्रॉब्लम नहीं है undefined फिर भी शेयर प्राइस में गिरावट देखि जाती है.
इसका main reason होता है Market सेंटीमेंट यानी लोगों का overall मूड market के प्रति कैसा है. जब market सेंटीमेंट नेगेटिव होता है मतलब लोगों को लगता है की बाजार गिरने वाला है तोह ऐसे में अच्छे स्टॉक्स भी गिरने लगते हैं.और जब मार्किट सेंटीमेंट पॉजिटिव होता है तोह वही situation उल्टा हो जाता है. २०२० के मार्किट क्रैश में हमने देखा की अच्छी-अच्छी कम्पनीज के शेयर प्रिंसेस गिर रहे थे जबकि उनके बिज़नेस में कोई प्रॉब्लम नहीं थी. और जब मार्किट रिकवर होने लगा यानी bull रन शुरू हुआ तोह कुछ low-quality स्टॉक्स भी बढ़ने लगे. तो अगर आज मार्किट बंद होने के बाद ग्लोबल मार्केट्स से कोई नेगेटिव खबर आती है जिससे dow jones या nasdaq डाउन हो जाते हैं तो अगले दिन market का सेंटीमेंट नेगेटिव रह सकता है जिससे बहुत से स्टॉक्स में गिरावट होने की सम्भावना होती है. इसलिए market सेंटीमेंट को समझ कर आप अपने स्टॉक decisions को बेहतर तौर पर प्लान कर सकते हैं.
FAQ- क्या एक दिन पहले ही पता कर सकते हैं कि कल शेयर की कीमत बढ़ेगी या घटेगी?
क्या सच में एक दिन पहले जाना जा सकता है कि किस शेयर का प्राइस घटेगा या बढ़ेगा ?
मार्केट ये unpredictable है लेकिन मार्केट मे कायी ऐसे फॅक्टर्स है जैसे टेक्निकल analysis, news, foreign exchange index data, adr स्टॉक्स जिससे आप कल के शेअर के प्राइस का अनुमान लगा सकते हो. ये आर्टिकल पुरा पढे आपको समझ आजायेगा.
हम कैसे जान सकते हैं कि अगले दिन कौन से स्टॉक का प्राइस बढ़ेगा?
इसके लीये ब्ओहोत सारे तरिके है जैसे टेक्निकल analysis, news, foreign exchange index data, adr स्टॉक्स से इस आर्टिकल मे आपको ईन तरईको के बारे मे बताया गया है .